हर एक डगर में भरके मुस्किल रखते हैं,
छुपाकर पत्थर में अपना दिल रखते हैं,
अदा नज़रों की इतनी शिकारी हैं कि,
तमाम साजिशों में खुद को शामिल रखते हैं,
असर होता नहीं दिल कि बददुवाओं का,
गुलाबी गालों पे काला तिल रखते हैं..........
छुपाकर पत्थर में अपना दिल रखते हैं,
अदा नज़रों की इतनी शिकारी हैं कि,
तमाम साजिशों में खुद को शामिल रखते हैं,
असर होता नहीं दिल कि बददुवाओं का,
गुलाबी गालों पे काला तिल रखते हैं..........