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Thursday, April 12, 2012

ज़रा करीब आ तुझे प्यार से सराबोर कर दूँ

ज़रा करीब आ तुझे प्यार से सराबोर कर दूँ,
मेरे जीवन का सारा सुख तेरी ओर कर दूँ,
चाहूँगा तुझको मैं , पूरी इमानदारी से,
तेरे हांथों में अपनी साँसों की बागडोर कर दूँ,
रहकर पहलू में तेरी दिन से शाम करूँ,
रात भर जागकर तेरी आँखों में भोर कर दूँ,
इक तेरे शिवा दिल में कुछ अरमान नहीं,
खुदको इश्क में तेरे इतना कठोर कर दूँ,
बिछा के पलकों पे तेरे हुस्न की चादर,
निगाहों को तेरी तस्वीर का चोर कर दूँ,
संभल सके ना जिंदगी
बिना तेरे सहारे के
खुद को तेरे बिना मैं इतना कमजोर कर दूँ......

2 comments:

  1. बहुत अच्छे से अपने भावों को व्यक्त किया है आपने!

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