नज़रों के देखने का नजरिया बदल गया,
दिलों में बह रहा , दरिया बदल गया,
कल तक मुझे संभाला आज जख्मों से किया छलनी,
क्या हुआ जो प्यार करने का जरिया बदल गया,
देर रात तलक एक दूजे से बात करके सोये,
सुबह के साथ - साथ संवरिया बदल गया.
दिलों में बह रहा , दरिया बदल गया,
कल तक मुझे संभाला आज जख्मों से किया छलनी,
क्या हुआ जो प्यार करने का जरिया बदल गया,
देर रात तलक एक दूजे से बात करके सोये,
सुबह के साथ - साथ संवरिया बदल गया.
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