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Monday, August 13, 2012

कुछ-२ सबको बांटे दिल

बोयें नैना, काटे दिल,
कुछ-२ सबको बांटे दिल,  

खुशियाँ मातम, लाये गम
सूखी पलकें,  कर दे नम,
जख्मों को है छांटे दिल,
कुछ-२ सबको बांटे दिल,

पल में ज्यादा, पल में कम,
लाये बारिश, का मौसम,
वादा करके नाटे दिल,
कुछ-२ सबको बांटे दिल,

साँसे, धड़कन जाये थम,
बहती आँखें , हैं हरदम,
यादों के भरदे कांटे दिल, 
कुछ-२ सबको बांटे दिल,

ठहरें रातें जाएँ जम,
बरसे बेचैनी छम-२,
फैलाता सन्नाटे दिल,
कुछ-२ सबको बांटे दिल.........

2 comments:

  1. फैलाता सन्नाटे में दिल
    कुछ कुछ सबको बाटें दिल,,,,,बेहतरीन प्रस्तुति,,,

    स्वतंत्रता दिवस बहुत२ बधाई,एवं शुभकामनाए,,,,,
    RECENT POST ...: पांच सौ के नोट में.....

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  2. आदरणीय धीरेन्द्र सर आपको तहे दिल से आभार.

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