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Sunday, December 2, 2012

दूरियां हों लाख - याद है जाती नहीं

दिन कहीं छुप खो गया है, रात भी बाकी नहीं।
मुश्किलें हैं हर कदम पर, बात बन पाती नहीं।।

इक दफा दिल पे कभी, जो राज कोई कर गया।
दूरियां हों लाख चाहे, याद फिर जाती नहीं।।

दिल्लगी कर दिल दुखाना, ठीक ये आदत नहीं।
पास तेरे दिल नहीं, तू और जज्बाती नहीं।।

नाज तेरी मैं वफ़ा पे, रात दिन करता रहा।
बेवफा तेरी कहानी पर, जुबाँ गाती नहीं।।

जख्म गर नासूर बनके, जिस्म को छलनी करे। 
मौत है ये जिंदगी, जो मौत कहलाती नहीं।।

19 comments:

  1. यह जुबाँ कहती जुबानी, है जवानी ढाल पर ।

    क्या करें शिकवा शिकायत, खुश दिखूं बदहाल पर ।

    वापसी मुश्किल तुम्हारी, जानते हैं तथ्य दोनों

    कौन किसकी इन्तजारी कर सका है साल भर ???

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    1. अति सुन्दर रविकर सर वाह क्या बात है शुक्रिया मेहरबानी

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  2. सभी लाइन बढ़िया पर ये ख़ास लगी .....!!

    नाज तेरी मैं वफ़ा पे, रात दिन करता रहा।
    बेवफा तेरी कहानी पर, जुबाँ गाती नहीं।।

    ........उम्दा प्रस्तुति अरुण जी

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  3. वाह..
    बहुत अच्छी गज़ल अरुण....

    अनु

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  4. इस उम्र में ये जज़्बात ? वाह क्या बात है। जिन्दगी में थपेड़ों में उलझकर ,तन्हाई और अकेलापन जब कलम थमा दे तब जाकर जज़्बात को लिख पाने के हौंसले मिला करते हैं।

    मोहब्बत नामा
    मास्टर्स टेक टिप्स
    इंडियन ब्लोगर्स वर्ल्ड

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    1. शुक्रिया मेहरबानी आमिर भाई हौंसला आफजाई के लिए.

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  5. शामिल करने हेतु अनेक-2 धन्यवाद रविकर सर

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  6. इक दफा दिल पे कभी, जो राज कोई कर गया।
    दूरियां हों लाख चाहे, याद फिर जाती नहीं।।

    हकीकत है ज़िन्दगी की अब कहो तो कहलो इसे पहला पहला प्यार था -खूब, बहुत खूब अशआर लाये हो जान !

    उसको न ढूंढ सका कोई नैट ऑरकुट ,

    दिनरात ओढ़ा था जिसे ,वह पहला प्यार था .

    कोई पता न ठौर उसका आज तक मिला ,

    ताउम्र है ढूंढ़ा किया ,वह पहला प्यार था .

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    1. आदरणीय वीरेन्द्र सर आपको प्रेरणादाई टिप्पणियों हेतु अनेक-2 धन्यवाद

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  7. कहाँ है हाइकू ??

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    1. रविकर सर पोस्ट हट गई थी फिर से पोस्ट कर दी है

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  8. दूरियां हों लाख - याद है जाती नहीं ...
    बहुत खूबसूरत रचना...

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  9. बहुत ही बेहतरीन गजल....
    बहुत बढ़ियाँ...
    :-)

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  10. जख्म गर नासूर बनके, जिस्म को छलनी करे।
    मौत है ये जिंदगी, जो मौत कहलाती नहीं।।

    वाह ... कितनी गहरी बात कह दी ... नौत है पर कहलाती नहीं .. सच कहा है ..

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    1. अनेक-2 धन्यवाद दिगम्बर सर

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