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Monday, September 24, 2012

तुझको मुझसे अच्छा दिवाना मिल जाये

अश्कों को बहने का--- बहाना मिल जाये,
टूटे दिल को मेरे ---- ठिकाना मिल जाये,
 

मांगी है मैंने बस दुआ ----- इतनी रब से, 
तुझको मुझसे अच्छा-- दिवाना मिल जाये,
 

चाहत में प्यार की --किस्मत कुछ ऐसी हो,
सबके दिल को दिल का, खज़ाना मिल जाये,
 

धीरे-धीरे बढ़ता सिलसिला-- है जख्मों का,
थोडा मरहम मुझको--- लगाना मिल जाये,
 

साँसे सीने में -------- आखिरी हैं ऐसे में,
गुजरा मुझको मेरा ---- ज़माना मिल जाये,

16 comments:

  1. वाह ... वाह बहुत खूब।

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  2. साँसे सीने में -------- आखिरी हैं ऐसे में,
    गुजरा मुझको मेरा ---- ज़माना मिल जाये,

    ...बहुत खूब! रचना दिल को छू गई...

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    1. आदरणीय कैलाश सर मेरी रचना आपके दिल को छू गई इससे ज्यादा ख़ुशी की बात और क्या होगी शुक्रिया सर

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  3. Replies
    1. आदरणीय धीरेन्द्र सर आपका स्नेह मिला टिप्पणियों के रूप पे तहे दिल से शुक्रिया

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    2. .....बहुत खूब लाजबाब ! अरुन जी

      Recent Post…..नकाब
      पर आपका स्वगत है

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    3. शुक्रिया संजय भाई

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  4. .

    मांगी है मैंने बस दुआ … इतनी रब से,
    तुझको मुझसे अच्छा… दीवाना मिल जाये

    वाऽऽह ! प्यार हो तो ऐसा कि प्रियतमा के लिए ख़ुद से भी अच्छे प्रेमी की कामना की जाए …
    बहुत ख़ूब !!

    "अनंत" अरुन शर्मा जी
    आपकी अन्य रचनाएं भी पढ़ कर आनन्द आया …

    आज शायद पहली बार पहुंचा हूं आपके यहां …
    फिर आना है अब …
    लिखते रहें…
    मंगलकामनाओं सहित …
    राजेन्द्र स्वर्णकार

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    1. राजेन्द्र सर आपके द्वारा इतनी सराहना मिली की ह्रदय गद-गद हो गया, आपका तहे दिल से शुक्रिया.

      सर वो प्रेम ही क्या जिसमे बलिदान न हो

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  5. Chhote se bartan men swadisht aur bharpoor khaana.

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  6. तहे दिल से शुक्रिया सर, आप पहली बार आये आपका स्वागत है.

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