टूटा टूटा सा है ----- हौंसला दिल का,
जाने कैसा है ये --- सिलसिला दिल का,
जाने कैसा है ये --- सिलसिला दिल का,
होता खुशियों से है --- फासला दिल का,
सोंचे जब-2 भी दिल है -- भला दिल का,
सोंचे जब-2 भी दिल है -- भला दिल का,
तिनका-तिनका बिखरी -- जिंदगी मेरी,
गम ये दिल को है, दिल से खला दिल का,
गम ये दिल को है, दिल से खला दिल का,
जीता - मरता हूँ ------ तेरे खयालों में,
पागल आशिक हूँ मैं - दिलजला दिल का,
पागल आशिक हूँ मैं - दिलजला दिल का,
साँसे ठहरीं हैं ------ धड़कन जुदा सी है,
बहता आँखों से है ---- जलजला दिल का,
बहता आँखों से है ---- जलजला दिल का,
जिद करता है दिल --- भूलूं न तुझको मैं,
चुभता मुझको है ये ----फैसला दिल का,
चुभता मुझको है ये ----फैसला दिल का,
ढूंढा पर दिल का --- मिलता नहीं है हल,
कितना मुस्किल है ये -- मामला दिल का,
कितना मुस्किल है ये -- मामला दिल का,
फिरता रहता हूँ ------ मैं बावरा होकर,
जादू ऐसा है दिल पर --- चला दिल का,
उगता सूरज है दिल में -- ढला दिल का,
कोना-कोना है बुझके --- जला दिल का,
जादू ऐसा है दिल पर --- चला दिल का,
उगता सूरज है दिल में -- ढला दिल का,
कोना-कोना है बुझके --- जला दिल का,
वाह
ReplyDeleteक्या पागलपन है |
यहाँ तो जन जन है |
यही दस्तूर है रविकर
है ना,
तू सजन है ||
वाह रविकर सर क्या बात है उम्दा पंक्तियाँ कही हैं आपने, मेरी रचना को एक नया आयाम मिल गया
Deleteहोय पेट में रेचना, चना काबुली खाय ।
ReplyDeleteउत्तम रचना देख के, चर्चा मंच चुराय ।
शुक्रिया सर बहुत-२ शुक्रिया
Deletenaya andaaz-e-bayan hai .....apke dil ka.
ReplyDeleteशुक्रिया अनामिका जी
Deleteसुंदर मनभावन प्रस्तुति |
ReplyDeleteमेरी नई पोस्ट:-
करुण पुकार
शुक्रिया प्रदीप भाई
Deletebahut sundar gajal ............
ReplyDeleteबहुत-२ शुक्रिया संध्या जी
Deleteबहुत सुन्दर पंक्तिया |
ReplyDeleteआशा
शुक्रिया आशा जी
Deleteजिद करता है दिल --- भूलूं न तुझको मैं,
ReplyDeleteचुभता मुझको है ये ----फैसला दिल का,
बहुत खूब अरुण जी,
न भूल पाने की तड़प या याद उन्हें करने की जिद
तडपेगा फकत तू ही,फैसला कोई भी कर ए दिल
वाह शालिनी जी क्या बात है बेहतरीन सराहना के लिए तहे दिल से शुक्रिया
Deleteवाह...बहुत सुंदर रचना..
ReplyDeleteशुक्रिया रश्मि जी
Deleteवाह||||
ReplyDeleteबहुत ही बेहतरीन रचना..
बेहतरीन अंदाज में प्रस्तुति..
बहुत खूब...
:-)
शुक्रिया रीना जी
Deleteआदमी फिर भी है भला दिल का :)
ReplyDeleteशुक्रिया सुशील सर
Delete... बेहद प्रभावशाली अभिव्यक्ति है ।
ReplyDeleteशुक्रिया संजय भाई
Delete