आइये आपका स्वागत है

Thursday, December 27, 2012

तुम न मुझको भूल जाना

तुम न मुझको भूल जाना,
याद करना याद आना,
 
जिंदगी तेरे हवाले,
छोड़ दो या मार जाना,
 
प्यार तेरा बंदगी है,
आज है तुझको बताना,
 
चाहते हैं लोग सारे,
दाग से दामन बचाना,
 
ठीक ये बिलकुल नहीं है,
हार कर आंसू बहाना .....

21 comments:

  1. ठीक ये बिल्‍कुल नहीं है,

    हार कर आंसू बहाना ...
    बिल्‍कुल सही
    बेहतरीन प्रस्‍तुति

    ReplyDelete
  2. ठीक ये बिलकुल नहीं है,
    हार कर आंसू बहाना .....
    बिलकुल...
    सुन्दर रचना....

    ReplyDelete
  3. जीता वही है इस जहाँ में
    जिसने सीखा है हमेशा
    ग़म में भी मुस्कुराना....
    सुन्दर रचना...

    ReplyDelete
    Replies
    1. तहे दिल से शुक्रिया संध्या दी

      Delete
  4. ठीक ये बिलकुल नहीं है,
    हार कर आंसू बहाना .....

    ...बिल्कुल सही...बहुत सुन्दर रचना..

    ReplyDelete
  5. आप इसी तरह दास्ताने दिल को इन सुन्दर रचनाओं से सजाना।

    ReplyDelete
  6. ठीक ये बिल्‍कुल नहीं है,
    हार कर आंसू बहाना ...

    recent post : नववर्ष की बधाई

    ReplyDelete
  7. Behatareen..."tum n mujhko bhul jana...yad karna yad aana....

    ReplyDelete
  8. bahut umda...
    ठीक ये बिल्‍कुल नहीं है,
    हार कर आंसू बहाना ...
    http://ehsaasmere.blogspot.in/

    ReplyDelete
    Replies
    1. सुरेश जी आप ब्लॉग पर आये आपका स्वागत है आभार

      Delete
  9. जिसने सीखा है हमेशा
    ग़म में भी मुस्कुराना.
    सुन्दर रचना...!!!

    ReplyDelete
    Replies
    1. संजय भाई उत्साह वर्धन हेतु आभार

      Delete
  10. अनेक-२ धन्यवाद शास्त्री सर

    ReplyDelete
  11. ठीक ये बिलकुल नहीं है,
    हार कर आंसू बहाना .....

    बहुत खूब ... शेर में अपनी बात को बहुत स्पष्ट रक्खा है ... लाजवाब ...

    ReplyDelete
  12. सीधे सीधे सरल भावों वाली गज़ल ... शेर नं. 3 में आक्रोश है वहीं लास्ट वाले में हिम्मत बांधी हैं।

    ReplyDelete

आइये आपका स्वागत है, इतनी दूर आये हैं तो टिप्पणी करके जाइए, लिखने का हौंसला बना रहेगा. सादर