आइये आपका स्वागत है

Sunday, December 9, 2012

हेमंत ऋतु पर कुछ हाइकू

शीतल जल
रविकर किरण
हिम पिघल

आग जलाई
कहर निरंतर
ओढ़ रजाई

चौपट धंधे
हैं चिंतित किसान
छुपे परिंदे

गर्म तसला
मुरझाई फसल
सूर्य निकला

घना कुहासा
खिलखिले सुमन
शीतल भाषा

पौष से माघ
सुरसुरी पवन
पानी सी आग

शुरू गुलाबी
मानव भयभीत
शिशिर बाकी

12 comments:

  1. हेमंत ऋतू का सारा वर्तांत आ जाता है इन हाइकू में ... गजब के हाइकू की रचना कर डाली है आपने ..
    बधाई स्वीकार करें।

    ReplyDelete
  2. बिलकुल सही नक्षा खिंचा है।

    ReplyDelete
  3. वाह ... बहुत ही बढिया।

    ReplyDelete
  4. wah arun bhai.......haeku me apki kalam badhiya chal rahi hai

    ReplyDelete
  5. गुलाबी ठण्ड
    पिक्चर अभी बाकी
    तैयारी करें |

    स्वीकार करें
    अनंत बधाइयाँ
    मस्त हाइकू |

    ReplyDelete

आइये आपका स्वागत है, इतनी दूर आये हैं तो टिप्पणी करके जाइए, लिखने का हौंसला बना रहेगा. सादर