मत्तगयन्द' सवैया : 7 भगण व अंत में दो दीर्घ
1.
नाचत भंग पिए जन हैं, भर रंग फिरे हर सूरत भोली,
रूप स्वरुप खिले गुल से, मन मोर निहार रहा हर टोली,
लाल गुलाल कपोल सजे, जब मेल मिलाप करें हमजोली,
ढोल बजे हुडदंग मचे, घर स्वच्छ करे यह पावन होली .....
२.
रंग अबीर लगाय रहे भर भंग पियें जन जीभर प्याला,
मित्र सखा मिल घूम रहे हर रंग खिला हर रूप निराला,
प्रेम लुटाय रहे सबहीं मिल खाय रहे सब प्रेम निवाला,
मेल मिलाप लुभाय रहा मन और बढ़ाय रहा उजियाला..
1.
नाचत भंग पिए जन हैं, भर रंग फिरे हर सूरत भोली,
रूप स्वरुप खिले गुल से, मन मोर निहार रहा हर टोली,
लाल गुलाल कपोल सजे, जब मेल मिलाप करें हमजोली,
ढोल बजे हुडदंग मचे, घर स्वच्छ करे यह पावन होली .....
२.
रंग अबीर लगाय रहे भर भंग पियें जन जीभर प्याला,
मित्र सखा मिल घूम रहे हर रंग खिला हर रूप निराला,
प्रेम लुटाय रहे सबहीं मिल खाय रहे सब प्रेम निवाला,
मेल मिलाप लुभाय रहा मन और बढ़ाय रहा उजियाला..
मत्तगयन्द छन्द में शब्दो का बढ़िया समावेश किया है आपने!
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर बढियाँ प्रस्तुति,आभार.
ReplyDeleteशब्दों के सुन्दर समावेश से छंद लाजबाब बन पड़ा,,,बधाई अरुण जी,,,,,
ReplyDeleteहोली की हार्दिक शुभकामनायें!
Recent post: रंगों के दोहे ,
बहुत अच्छा लिखा अरुण बधाई
ReplyDeleteबहुत सुन्दर भावनात्मक प्रस्तुति happy holi to you with manisha ji . आभार अमिताभ बच्चन :सामाजिक और फ़िल्मी शानदार शख्सियत .महिला ब्लोगर्स के लिए एक नयी सौगात आज ही जुड़ें WOMAN ABOUT MAN
ReplyDeleteशब्दों का सुन्दर प्रयोग...होली की अग्रिम शुभकामनायें...
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ReplyDeleteमत्तगयन्द' सवैया
मत्तगयन्द' सवैया : 7 भगण व अंत में दो दीर्घ
नाचत भंग पिए जन हैं, भर रंग फिरे हर सूरत भोली,
रूप स्वरुप खिले गुल से, मन मोर निहार रहा हर टोली,
लाल गुलाल कपोल सजे, जब मेल मिलाप करें हमजोली,
ढोल बजे हुडदंग मचे, घर स्वच्छ करे यह पावन होली .....
रसधार बहा दी होली की .बहुत सुन्दर रूपक का निर्वाह हुआ है -लाल गुलाल कपोल सजे ....
अपने अपने घर सों निकसीं कोई सांवली कोई गोरी ,
एक से एक जोबन मदमाती ,सभी उम्र की छोरी ,
कन्हैया संग चलो सखी आज खेलें होली ....
Virendra Sharma @Veerubhai1947 44m
ReplyDeleteram ram bhai
मुखपृष्ठ
शनिवार, 23 मार्च 2013
आखिर सारा प्रबंध इटली का ही तो है यहाँ .
http://veerubhai1947.blogspot.in/
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Virendra Sharma @Veerubhai1947 49m
इटली के ही पास गिरवीं है भारत की नाक http://kabirakhadabazarmein.blogspot.com/2013/03/blog-post_23.html …
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ReplyDeleteफाग मुबारक फाग की रीत और प्रीत मुबारक
वाह! बहुत ख़ूब! होली की हार्दिक शुभकामनाएं!
ReplyDeleteवाह क्या अंदाज़ हैं होली की शुभ-कामनाओं का .....बहुत खूब
ReplyDeleteबहुत लय बद्ध छंद, शब्दों का चयन बेहतरीन
ReplyDeletelatest post भक्तों की अभिलाषा
latest postअनुभूति : सद्वुद्धि और सद्भावना का प्रसार
बढिया
ReplyDeleteहोली मुबारक
वाह ... बेहतरीन
ReplyDeleteहोलिकोत्सव की अनंत शुभकामनाएं
प्रशंसनीय रचना - बधाई
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