हसरत तुमसे प्यार की, दिल तुमपे कुर्बान ।
मेरे दिल के रोग का, 'हाँ' कर करो निदान ।।
मेरे दिल के रोग का, 'हाँ' कर करो निदान ।।
यादों में आने लगे, सुबह शाम हर वक़्त ।
कैसी हैं कठिनाइयाँ, कर ना पाऊं व्यक्त ।।
नैनो ने घायल किया, गई सादगी लूट ।
सच्चा तुमसे प्रेम है, नहीं समझना झूठ ।।
बोझल रातें हो गईं, दिल ने छीना चैन ।
मिलने की खातिर सदा, रहता हूँ बेचैन ।।
भोलापन ये सादगी, मदिरा भरी निगाह ।
कैसी हैं कठिनाइयाँ, कर ना पाऊं व्यक्त ।।
नैनो ने घायल किया, गई सादगी लूट ।
सच्चा तुमसे प्रेम है, नहीं समझना झूठ ।।
बोझल रातें हो गईं, दिल ने छीना चैन ।
मिलने की खातिर सदा, रहता हूँ बेचैन ।।
भोलापन ये सादगी, मदिरा भरी निगाह ।
दिलबर तेरे प्यार में, लुटने की है चाह ।।
चाहत की ये इन्तहाँ, कर ना दे बर्बाद ।
तुमसे दूरी में कहीं, मुझे मार दे याद ।।
वाह अरुण जी .. क्या बात है .. सच में प्रत्येक दोहा हृदय के प्रेम को अभी व्यक्त कर रहा है .. सुन्दर दोहों के लिए बहुत बहुत बधाई !
ReplyDeleteशानदार,बहुत उम्दा प्यार भरे दोहे,,,बधाई अरुन जी,,,
ReplyDeleteRECENT POST: हमने गजल पढी, (150 वीं पोस्ट )
आपकी उत्कृष्ट प्रस्तुति शुक्रवारीय चर्चा मंच पर ।।
ReplyDeleteचरखा चर्चा चक्र चल, सूत्र कात उत्कृष्ट ।
पट झटपट तैयार कर, पलटे नित-प्रति पृष्ट ।
पलटे नित-प्रति पृष्ट, आज पलटे फिर रविकर ।
डालें शुभ शुभ दृष्ट, अनुग्रह करिए गुरुवर ।
अंतराल दो मास, गाँव में रहकर परखा ।
अतिशय कठिन प्रवास, पेश है चर्चा-चरखा ।
ReplyDeleteबहुत बढ़िया दोहे अरुण जी ,बधाई
अनुशरण कर मेरे ब्लॉग को अनुभव करे मेरी अनुभूति को
latest post मंत्री बनू मैं
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बहुत खूब दोहे।
ReplyDeleteरचकर दोहे प्यार के,मन ही मन समाए |
ReplyDeleteरिश्ता पवित्र प्यार का,यूँही रहो बनाए ||
ReplyDeleteसहजता से कही गयी प्रेम की गहन अनुभूति
सुंदर रचना
बधाई भाई जी
आग्रह है
गुलमोहर------
आपकी यह सुन्दर रचना शनिवार 08.06.2013 को निर्झर टाइम्स (http://nirjhar-times.blogspot.in) पर लिंक की गयी है! कृपया इसे देखें और अपने सुझाव दें।
ReplyDeleteबहुत बढ़िया प्यारभरे दोहे ..
ReplyDeleteप्रेम की चाहत अनंत
ReplyDeleteबढ़िया दोहे
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति..।
ReplyDeleteसाझा करने के लिए आभार...!
इक भींजे ,चहले परे बूढ़े बहे हजार
ReplyDeleteकितै न अवगुन जग करे नै-बै चढ़ती बार !
बहुत प्यारे प्यार के दोहे....
ReplyDeleteवाह जी बहुत सुन्दर. भोले भोले सुन्दर दोहे.
ReplyDeleteप्यार के दोहे प्यारे प्यारे ।
ReplyDeleteबहुत खुबसूरत ......
ReplyDeleteबोझल रातें हो गईं, दिल ने छीना चैन ।
ReplyDeleteमिलने की खातिर सदा, रहता हूँ बेचैन ..
प्रेम के रस में सरोबर दोहे ... लाजवाब हैं सभी दोहे ...