आइये आपका स्वागत है

Thursday, June 6, 2013

प्यार के दोहे

हसरत तुमसे प्यार की, दिल तुमपे कुर्बान ।
मेरे दिल के रोग का, 'हाँ' कर करो निदान ।।
 


यादों में आने लगे, सुबह शाम हर वक़्त ।
कैसी हैं कठिनाइयाँ, कर ना पाऊं व्यक्त ।।

नैनो ने घायल किया, गई सादगी लूट ।
सच्चा तुमसे प्रेम है, नहीं समझना झूठ ।।

बोझल रातें हो गईं, दिल ने छीना चैन ।
मिलने की खातिर सदा, रहता हूँ बेचैन ।।


भोलापन ये सादगी, मदिरा भरी निगाह ।
दिलबर तेरे प्यार में, लुटने की है चाह ।।

चाहत की ये इन्तहाँ, कर ना दे बर्बाद ।
तुमसे दूरी में कहीं, मुझे मार दे याद ।।

18 comments:

  1. वाह अरुण जी .. क्या बात है .. सच में प्रत्येक दोहा हृदय के प्रेम को अभी व्यक्त कर रहा है .. सुन्दर दोहों के लिए बहुत बहुत बधाई !

    ReplyDelete
  2. शानदार,बहुत उम्दा प्यार भरे दोहे,,,बधाई अरुन जी,,,

    RECENT POST: हमने गजल पढी, (150 वीं पोस्ट )

    ReplyDelete
  3. आपकी उत्कृष्ट प्रस्तुति शुक्रवारीय चर्चा मंच पर ।।

    चरखा चर्चा चक्र चल, सूत्र कात उत्कृष्ट ।

    पट झटपट तैयार कर, पलटे नित-प्रति पृष्ट ।

    पलटे नित-प्रति पृष्ट, आज पलटे फिर रविकर ।

    डालें शुभ शुभ दृष्ट, अनुग्रह करिए गुरुवर ।

    अंतराल दो मास, गाँव में रहकर परखा ।

    अतिशय कठिन प्रवास, पेश है चर्चा-चरखा ।

    ReplyDelete

  4. बहुत बढ़िया दोहे अरुण जी ,बधाई
    अनुशरण कर मेरे ब्लॉग को अनुभव करे मेरी अनुभूति को
    latest post मंत्री बनू मैं
    LATEST POSTअनुभूति : विविधा ३

    ReplyDelete
  5. रचकर दोहे प्यार के,मन ही मन समाए |
    रिश्ता पवित्र प्यार का,यूँही रहो बनाए ||

    ReplyDelete



  6. सहजता से कही गयी प्रेम की गहन अनुभूति
    सुंदर रचना
    बधाई भाई जी

    आग्रह है
    गुलमोहर------

    ReplyDelete
  7. आपकी यह सुन्दर रचना शनिवार 08.06.2013 को निर्झर टाइम्स (http://nirjhar-times.blogspot.in) पर लिंक की गयी है! कृपया इसे देखें और अपने सुझाव दें।

    ReplyDelete
  8. बहुत बढ़िया प्यारभरे दोहे ..

    ReplyDelete
  9. प्रेम की चाहत अनंत

    ReplyDelete
  10. सुन्दर प्रस्तुति..।
    साझा करने के लिए आभार...!

    ReplyDelete
  11. इक भींजे ,चहले परे बूढ़े बहे हजार
    कितै न अवगुन जग करे नै-बै चढ़ती बार !

    ReplyDelete
  12. बहुत प्यारे प्यार के दोहे....

    ReplyDelete
  13. वाह जी बहुत सुन्दर. भोले भोले सुन्दर दोहे.

    ReplyDelete
  14. प्यार के दोहे प्यारे प्यारे ।

    ReplyDelete
  15. बहुत खुबसूरत ......

    ReplyDelete
  16. बोझल रातें हो गईं, दिल ने छीना चैन ।
    मिलने की खातिर सदा, रहता हूँ बेचैन ..

    प्रेम के रस में सरोबर दोहे ... लाजवाब हैं सभी दोहे ...

    ReplyDelete

आइये आपका स्वागत है, इतनी दूर आये हैं तो टिप्पणी करके जाइए, लिखने का हौंसला बना रहेगा. सादर