रिश्तों को बेंच कर खूब दौलत थी कमाई,
हिस्से में आज लेकिन दो गज जमीन आई,
रोज़ पहने बहुत मैंने महंगे- महंगे कपडे,
पर कफ़न की एक चादर सिर्फ मेरे काम आई...
हिस्से में आज लेकिन दो गज जमीन आई,
रोज़ पहने बहुत मैंने महंगे- महंगे कपडे,
पर कफ़न की एक चादर सिर्फ मेरे काम आई...