बेघर हूँ सब कुछ, लुटाया हुआ हूँ,
अपने ही दिल का, सताया हुआ हूँ,
अपने ही दिल का, सताया हुआ हूँ,
घर से मेरे रौशनी, खो गई है,
जलता दीपक, बुझाया हुआ हूँ,
बूंदों की मुझको, जरुरत नहीं है,
अश्कों का सागर, उठाया हुआ हूँ,
अश्कों का सागर, उठाया हुआ हूँ,
काटों से मुझको, मुहब्बत हुई है,
फूलों को दुश्मन, बनाया हुआ हूँ,
फूलों को दुश्मन, बनाया हुआ हूँ,
अब तो तेरी, दिल्लगी जिंदगी है,
यादों में जी भर, नहाया हुआ हूँ,
यादों में जी भर, नहाया हुआ हूँ,
चाहा है तुझको, हदों की हदों तक,
रब से भी आगे, बिठाया हुआ हूँ,
रब से भी आगे, बिठाया हुआ हूँ,
तेरे वास्ते है दुआ, भी दवा भी,
मैं गम का मरहम, लगाया हुआ हूँ.
मैं गम का मरहम, लगाया हुआ हूँ.