जख्म मनमानी कर, खफा हो जाता है,
अश्क आँखों को, खामखा धो जाता है,
दुश्मनी दिल से, कर गया दिल का जाबित,
रोग दिल का अक्सर, दर्द बो जाता है,
कश्तियों का कातिल, बवंडर सागर का,
लोभ में मांझी का, खुदा खो जाता है,
याद तेरी लाये, हवा का हर झोंका,
माफ़ करना ये दिल, अगर रो जाता है,
छोड़ जाता है साथ, जब कोई तन्हा,
लौट के आया कब चला, जो जाता है,
टूट जाती है डोर, जिसके सांसों की,
मौत की बाँहों में, वही सो जाता है,
जाबित - मालिक, स्वामी