मुहब्बत का सूरज, ढला इन दिनों,
उजाला भी घर से, चला इन दिनों,
बिना तेरे जीना, सजा है लगे,
मुझे तेरा जाना, खला इन दिनों,
निगाहों से आंसू, बहे हर घडी,
जला दिल से ये, दिलजला इन दिनों,
तबाही का मंजर, बढ़ा दिन-ब -दिन,
उठा साँसों में, जलजला इन दिनों,
ख़ुशी तेरी यूँ ही, सलामत रहे,
दिया बन मैं तिल-2, जला इन दिनों,
वफ़ा करते-करते, जफा कर गये,
दुआ है तेरा हो, भला इन दिनों,
दर्द - बेचैनी - बेबसी रात दिन,
रहा खुशियों से, फासला इन दिनों।